सूखे मौसम में पसला बांध के तराई क्षेत्र में हुआ अतिक्रमण ... झमाझम बारिश में लबालब हुआ तो डूब गई फसल .. प्रभावित किसान मांग रहे मुआवजा ...! अधिकारियों ने यह कहा..
अगस्त 21, 2024
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सूरजपुर। (भूपेंद्र राजवाड़े)। जिला मुख्यालय से लगे पसला बांध में लबालब पानी भरने से अगल बगल के क्षेत्र भी डूब गए हैं। धान के लहलहाते फसल के डूब जाने से प्रभावित किसानों की चिंता बढ़ गई है। किसानों का कहना है कि डूबे फसल के खराब होने की स्थिति में उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ेगा। बताया जा रहा है कि बीते कई वर्षों के बाद पसला बांध में क्षमता से अधिक जल भराव हुआ है, इसके पूर्व अल्प और खंड वर्षा के चलते यह बांध कभी नहीं भरता था, जिससे सूखे जलग्रहण क्षेत्र में आसपास के किसानों द्वारा कब्जे की भी होड़ मची हुई थी। रबी सीजन में साग सब्जी और खरीफ सीजन में धान की फसल लगाई जाती है। इस ओर कार्रवाई नहीं किए जाने से हर साल अतिक्रमण का दायरा बढ़ रहा है। बताया जा रहा है कि कई लोगों के द्वारा मिट्टी पाट कर भी कब्जा किया जा रहा है। हालांकि गांव के इंदल प्रसाद, लालसाय, अवधेश, माधवराम टेकसाय, इंदर, दिकुमार सालिकराम, तिलेश्वर, अंबिका प्रसाद, नीलकंठ, भैयालाल, लोकनाथ, गणपत, रामजीत, सुखल होलसे, देवप्रसाद, अतिलाल, दिगंबर, दूधनाथ, शेषमन, अचल, कालीचरण, चंद्रिका, ईश्वर प्रसाद, बिगनराम, शिवचरण, रेवतीरमण, गोविंद, नोहरसाय सहित अन्य ग्रामीणों ने दावा किया है कि उनका खेत इस बांध के किनारे था, जिसमें धान लगाया गया था, बांध में उनका खेत भी डूब गया है, जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसानों ने मुआवजा की मांग की है। इधर सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जल भराव अधिग्रहित क्षेत्र में ही हुआ है, बांध के जल ग्रहण क्षेत्र के अलावा अन्य क्षेत्र के डूबने जैसी स्थिति नहीं है।