अंबिकापुर।। खबरी गुल्लक।।
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में सायबर अपराधियों के आतंक से शिक्षकों की नींद उड़ गई है। सायबर अपराधी शिक्षकों को फोन कर खुद को सायबर सेल और रायपुर डीपीआई का कर्मी बता यह झांसा दे रहे हैं कि आपने अपने मोबाइल पर गंदा वीडियो डाउनलोड किया है। एक शिक्षक होने के बाद भी आपका यह कृत्य घोर आपत्तिजनक और अपराध है। आपने सरकार द्वारा प्रतिबंधित किए गए अश्लील वीडियो को कई बार देखा है। इस अपराध पर एक लाख रुपए जुर्माना, एक साल कैद और नौकरी से निलंबन तक की कार्रवाई हो सकती है। ठगों के इस बात पर शिक्षकों के हाथ पैर फूल रहे हैं,और बचने के उपाय में धन गंवा रहे हैं। शिक्षकों के द्वारा इसकी जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को दी गई तो उन्होंने fir दर्ज कराने की सलाह दी है। ठगी के शिकार शिक्षकों के द्वारा विजय नगर चौकी, रामानुजगंज थाना में शिकायत दर्ज कराई गई है।
व्हाट्सएप में भी झांसा
सायबर अपराधियों के द्वारा शिक्षकों को तरह तरह के पैंतरे लगा चुना लगाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि कई शिक्षकों को रात के समय वॉट्सएप वीडियो कॉलिंग कर स्क्रीन शॉट लेकर फोटो को एडिट कर अश्लील सामग्री जोड़कर संबंधित शिक्षकों को यह फोटो भेजा जा रहा है। सोशल मीडिया में शेयर करने की धमकी देकर रुपए वसूले जा रहे हैं। बलरामपुर जिले के कई शिक्षक इस तरह ठगी के शिकार हो चुके हैं।
विभागीय जानकारी ठगों के पास
शिक्षकों का कहना है कि शिक्षा विभाग के पोर्टल में उनकी जानकारी होती है। उनका कोड होता है,यह जानकारी भी आश्चर्यजनक ढंग से ठगों के पास पहुंच रहा है। इसका फायदा उठा ठग फोन कर सीधे शिक्षकों का नाम, पिता का नाम स्कूल का नाम,पता लेते हुए कहते हैं कि आप ही का नाम .. है न । शिक्षक अपने बारे में सही जानकारी सुन झांसे में आ जाते हैं। शिक्षकों का कहना है कि वे जब मोबाइल में नेटवर्क नहीं होने की जानकारी देते हैं तो ठग उनकी पत्नी के मोबाइल नंबर पर फोन कर देते हैं। अपराधियों के पास उनकी सारी जानकारी कैसे पहुंच रही है। शिक्षकों ने आरोप लगाया कि संभवतः विभाग के एप से उनकी गोपनीय जानकारी लीक हो रही है या ठगों को जानकारी बेची जा रही है, इसकी भी सूक्ष्म जांच और कार्रवाई होनी चाहिए।
एक शिक्षक ने थाने में यह दिया आवेदन
मैं थाना रामानुजगंज, जिला बलरामपुर (छ.ग.) का निवासी हूँ। यह है कि मेरे पास फोन नम्बर 7089847619 से काल आया और बोलने लगा कि आप शिक्षा विभाग से जुड़े है। मैं रायपुर डी.पी.आई. से बोल रहा हूँ। आप गंदा विडीयो देख रहे है। जिसके विरूद्ध मै आप को एक वर्ष की सजा हो जायेगी। और एक लाख जुर्मना हो जायगी। जिसके डर से मैं अपने खाता से 2000, 8000, 12000, 3000,15000 कुल 40000 (चालीस हजार रूपये) मेरे से डलवाया। और एक विडीयो कोलिंग भी करवाया की आप एस.पी. साहब से बात भी करवाया जिसके वजह से मैं काभी डर गया और डर से पैसा डाल दिया। मेरा खाता नम्बर 7002202198 IFSC CODE CRGB000678 मेरा फोन पे मे राम राम नाम पिता ललई राम अंकित है। मैं. राष्ट्रीय सायबर हेल्प लाईन नं. 1930 पे कॉल कर प्राथमिकी दर्ज करा चुका हूँ। इनके द्वारा अग्रिम कार्यवाही किया जा रहा है।
खौफ इतना कि माफी नामा भी दे रहे
शिक्षकों में इन सायबर अपराधियों का खौफ इतना बढ़ गया है कि वे ठगो के खाते में कई किश्तों में 50 से 60 हजार रुपए भी दे चुके हैं और कागज पर माफी नामा लिख व्हाट्सएप में प्रेषित भी कर रहे हैं। लोक लाज के भय से शिक्षकों के खून सुख रहे हैं। ठग गिरोह योजना बद्ध तरीके से वारदात को अंजाम दे रहा है। ठग खुद को क्राइम ब्रांच दिल्ली, रायपुर से होना बता कभी पुलिस अधीक्षक भी बन जा रहे हैं। ठग जब कहते हैं कि मैं sp बोल रहा हूं तो शिक्षकों की घिग्घी बंध जाती है। प्रतिष्ठा बचाने के चक्कर में ठगों को किश्त में रुपये भेजते रहते हैं। शिकार शिक्षकों की नींद उड़ी हुई है।
शालेय शिक्षक संघ ने सौंपा ज्ञापन
शालेय शिक्षक संघ के एक प्रतिनिधि मंडल ने जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंप उनकी गोपनीय जानकारी लीक होने पर चिंता जताते हुए ठगी के शिकार लोगों के संबंध में जानकारी दे उचित कदम उठाए जाने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने वालों में बलरामपुर जिला अध्यक्ष उपेंद्र सिंह, प्रदीप चौबे, राज वैभव सिंह, कुंदन दुबे, विद्यासागर यादव, विजय यादव सहित अन्य शिक्षक उपस्थित थे









