जिन अतिशेष शिक्षकों के पास पद नहीं वे अब शासकीय राशन दुकानों में बांटेगे चावल, शक्कर,नमक और चना ... बलरामपुर जिले में जारी हुआ आदेश... युक्तियुक्त करण नीति का असर...

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जिन अतिशेष शिक्षकों के पास पद नहीं वे अब शासकीय राशन दुकानों में बांटेगे चावल, शक्कर,नमक और चना ... बलरामपुर जिले में जारी हुआ आदेश... युक्तियुक्त करण नीति का असर...

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 अंबिकापुर।। खबरी गुल्लक।। 

छत्तीसगढ़ शासन की शिक्षा की नई युक्तियुक्त करण नीति के तहत संभाग में पद नहीं होने से समायोजित होने से वंचित शिक्षकों की ड्यूटी अब शासकीय राशन दुकानों में चावल, शक्कर, चना ,नमक बांटने के लिए लगाई जा रही है। बलरामपुर जिले में इस तरह का आदेश निकाले जाने से शिक्षकों में रोष देखा जा रहा है। बलरामपुर जिले के वाड्रफ़नगर विकासखंड में राशन बांटने के लिए शिक्षकों की ड्यूटी का आदेश जारी करते हुए ब्लाक में अधिकारी तहसीलदार को बनाया गया है। प्राथमिक शालाओं के अतिशेष शिक्षक अब अपने स्कूलों में पढ़ाने और बच्चों का भविष्य गढ़ने के बजाय राशन बांटेगे। विदित हो कि शासन की युक्तियुक्त करण नीति की आरंभ से ही निंदा हो रही है, न सिर्फ शिक्षक , कर्मचारी संगठन बल्कि आम नागरिक भी इस नीति को शिक्षा की बनियादी ढांचे के लिए घातक बता रहे हैं। इस नीति के तहत राज्य में कई हजार  शिक्षक के पद समाप्त हो चुके हैं। प्राथमिक शालाओं में अब सिर्फ दो शिक्षक ही अध्यापन कराएंगे। ऐसे शिक्षक जिन्हें अतिशेष किया गया है और जिनका पद नहीं होने से समायोजन नहीं हो पाया है उनसे इसी प्रकार गैर शिक्षकीय कार्य कराया जाएगा,जिसकी शुरुआत बलरामपुर जिले से हो चुकी है। शासन की इस नीति से अभिभावकों में भी रोष देखा जा रहा है। 

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