सीएम विष्णुदेव साय ने किया अन्न कोष योजना का शुभारंभ... 536 करोड़ रूपए के कार्याें का लोकार्पण और भूमिपूजन...

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सीएम विष्णुदेव साय ने किया अन्न कोष योजना का शुभारंभ... 536 करोड़ रूपए के कार्याें का लोकार्पण और भूमिपूजन...

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अंबिकापुर। 9 दिसंबर 2024 । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज सोमवार अंबिकापुर के पीजी कॉलेज ग्रांउड में आयोजित कार्यक्रम में 536 करोड़ 14 लाख की लागत वाले 1614 विकास एवं निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया और कहा कि इससे सरगुजा जिले के विकास में तेजी आएगी। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर अंबिकापुर नगर निगम क्षेत्र अधोसंरचना विकास के लिए 23.90 करोड़ रूपए दिए जाने की घोषणा की। उन्होंने सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल अंबिकापुर को डीकेएस रायपुर की तर्ज पर विकसित करने तथा विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज किए जाने की भी घोषणा की। 

मुख्यमंत्री श्री साय इस अवसर पर सरगुजा जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा समुदाय की गर्भवती एवं शिशुवती माताओं को अतिरिक्त पोषण आहार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री अन्न कोष योजना का शुभारंभ किया। जिला प्रशासन सरगुजा द्वारा यह योजना पायलट प्रोजेक्ट की शुरू की गई है। इससे पहाड़ी कोरवा समुदाय में मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को कम करने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने जिला प्रशासन द्वारा तैयार की गई कैरियर निर्देशिका का भी विमोचन किया।

मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर मां महामाया को नमन करते हुए जिलेवासियों को विकास कार्यों की बधाई देते हुए कहा कि अंबिकापुर छत्तीसगढ़ ही नहीं देश के सबसे सुंदर और साफ सुथरे शहरों में शामिल है। यह सब नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारियों, हमारे सफाई मित्रों और स्वच्छता दीदियों के योगदान से हो पाया है। अंबिकापुर के नागरिकों को भी इसका श्रेय देना चाहूंगा, जिनके सहयोग से अंबिकापुर स्वच्छ और सुंदर बना हुआ है। 

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की गारंटी पर जनता ने विश्वास किया है। 13 दिसंबर को छत्तीसगढ़ सरकार का एक साल पूरा हो रहा है। इस एक साल के अल्पकाल में ही सरकार ने मोदी की गारंटी के बड़े बड़े कामों को पूरा करने का प्रयास किया है। बीते पांच सालों में गरीब जरूरतमंद परिवार, जो प्रधानमंत्री आवास से वंचित थे, उनके आवास स्वीकृत एवं निर्मित किए जा रहे हैं। शासन द्वारा 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीदी की जा रही है। किसानों को धान का मूल्य 3100 रुपए प्रति क्विंटल देने के लिए शासन प्रतिबद्ध है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि महतारी वंदन योजना के माध्यम से 70 लाख से ज्यादा माताओं और बहनों को लाभान्वित किया जा रहा है। तेंदूपत्ता का पारिश्रमिक अब 5500 रुपए प्रति मानक बोरा मिल रहा है। श्रीराम लला दर्शन यात्रा योजना से 20 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं को अयोध्या धाम जाकर भगवान श्री राम के दर्शन का सौभाग्य मिला है। हमने वायदे के मुताबिक पीएससी परीक्षा में पारदर्शिता लाने का काम किया है। बीते वर्ष पीएससी की भर्ती प्रक्रिया में हुए भ्रष्टाचार की जांच सीबीआई कर रही है। उपमुख्यमंत्री श्री साव ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सरगुजावासियों को जिले के विकास कार्यों के लोकार्पण और भूमिपूजन की शुभकामनाएं दी। 

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस मौके पर वहां लगाए गए शासकीय विभागों के स्टालों का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत लाभान्वित हितग्राहियों को सामग्री एवं राशि का वितरण भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उल्लेखनीय कार्य के लिए स्वयं सेवक श्रीमती बानी मुखर्जी, मितानिन श्रीमती परिमनिया यादव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती प्रमिला तिर्की एवं श्रीमती पुरो बाई, स्वच्छता दीदी श्रीमती सुनीता सारखेली, लुण्ड्रा के मंडल संयोजक श्री रघुनाथ प्रसाद, व्याख्याता श्रीमती लीना थॉमस को सम्मानित किया।  

कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री  श्याम बिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सरगुजा सांसद  चिंतामणी महाराज, अम्बिकापुर विधायक श्री राजेश अग्रवाल, लुण्ड्रा विधायक  प्रबोध मिंज, सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो, प्रतापपुर विधायक श्रीमती शकुंतला पोर्ते, सामरी विधायक श्रीमती पैंकरा छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष  विश्वविजय सिंह तोमर सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।


 मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय ने सरगुजा को दिया 536.14 करोड़ के 1614 के विकास कार्यों की सौगात

अंबिकापुर। मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय द्वारा 9 दिसम्बर को सरगुजा  जिले में 536.14 करोड़ के 1614 विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया जाना प्रस्तावित है जिसमें 157.02 करोड़ की राशि के 180 कार्यों का लोकार्पण एवं 379.12 करोड़ की राशि के 1434 कार्यों का भूमि पूजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन अम्बिकापुर के पी.जी. कॉलेज ग्राउंड में किया जा रहा है। कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि के रूप में उप मुख्यमंत्री  अरुण साव शामिल हुए। 

इन कार्यों का हुआ भूमिपूजन 

भूमिपूजन कार्यों में अमृत 2.0 के तहत नगर पालिक निगम अंबिकापुर क्षेत्र में 123.28 करोड़ रूपए की लागत राशि के कुल 46 एमएलडी क्षमता के 3 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण कार्य का भूमिपूजन, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 55.45 करोड़ की लागत के 15 सड़क निर्माण कार्यों का भूमिपूजन, 55.05 करोड़ की लागत से 16 ग्राम पंचायतों में स्टॉप डेम, एनीकट, एवं नहर नवीनीकरण कार्य, जिले में 28.40 करोड़ की लागत से 243 आंगनबाड़ी भवन निर्माण कार्यों का भूमिपूजन, निकाय क्षेत्र अंतर्गत 5.92 करोड़ की लागत से विभिन्न वार्डों के सीसी रोड, नाली, सड़क डामरीकरण एवं अन्य 101 कार्यों का भूमिपूजन सहित कुल 379.12 करोड़ की राशि के 1434 कार्यों का भूमि पूजन किया गया। 

इन कार्यों का हुआ लोकार्पण 

लोकार्पण कार्यों में लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत 132.83 करोड की लागत से निर्मित 10 सड़कों का लोकार्पण, 3.59 करोड़ की लागत से तैयार जल जीवन मिशन के तहत पांच ग्रामों में एकल ग्राम एवं सोलर आधारित नल जल प्रदाय योजना, नगर निगम अम्बिकापुर में 3.52 करोड़ की लागत से निर्मित सर्व समाज मांगलिक भवन, राज्य विपणन बोर्ड द्वारा 500 मीट्रिक टन के तीन नवनिर्मित गोदाम एवं 5 किसान कुटीर भवन लागत 1.46 करोड़ सहित 157.02 करोड़ की राशि के कुल 180 कार्यों का लोकार्पण किया गया।

 अंबिकापुर में बनेगा 123.28 करोड़ का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट

मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय द्वारा सरगुजा जिला प्रवास के दौरान नगर पालिक निगम अंबिकापुर क्षेत्र में 123.28 करोड़ रूपए की लागत राशि के कुल 46 एमएलडी क्षमता के 3 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया गया। बता दें कि नगर पालिक निगम अंबिकापुर क्षेत्र में गंदे पानी के उपचार हेतु भारत सरकार आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा अमृत 2.0 मिशन अंतर्गत सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण कार्य की स्वीकृति प्राप्त हुई है। इस प्लांट की स्थापना से नगर निगम अंबिकापुर में तरल अपशिष्ट का भी शत-प्रतिशत प्रबंधन सुनिश्चित होगा। प्लांट के माध्यम से नगर के तीन प्रमुख नाले चंपा नाला, मुक्तिधाम नाला एवं सरगवां उद्यान नाला क्षेत्र में प्लांट की स्थापना प्रस्तावित है। वर्तमान में नगर से प्रतिदिन 18 एमएलडी अपशिष्ट जल उत्सर्जित हो रहा है, जो इन नालों के माध्यम से बिना उपचार के जल स्रोत में मिलता है। इस प्लांट में प्रदूषित जल का उपचार किया जाएगा, प्लांट द्वारा उपचारित जल का पुनरुपयोग किया जा सकता है। इस जल का उपयोग निर्माण कार्य, उद्यान एवं खेतों में सिंचाई कार्य, उद्योगों में किया जा सकता है। नगर में बढ़ती जनसंख्या को दृष्टिगत रखते हुए इस प्लांट की क्षमता 46 एमएलडी प्रस्तावित की गई है।

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