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भैयाथान- सूरजपुर मुख्य मार्ग का रेलवे क्रासिंग अचानक हुआ खराब... जाम में फंस गर्मी से बेहाल रहे लोग.. वक्त भी हुआ बर्बाद..! एंबुलेंस में पड़े मरीजों की भी सांसे थी अटकी.. मचा शोर तो पहुंचे कर्मी..! दूसरे रास्ते मरीजों को भेज काट लिया कन्नी ...!

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  सूरजपुर। 16 अप्रैल 2025।। (ब्यूरो - भूपेंद्र राजवाड़े)।। 

छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में भैयाथान- सूरजपुर मुख्य मार्ग पर स्थित रेलवे क्रासिंग के सिग्नल में  खराबी आने और ट्रेन पार होने के बाद भी गेट के नही खुलने के कारण जहां राहगीरों चिलचिलाती धूप में बेहाल होना पड़ा वहीं  एम्बुलेंस के भी फंस जाने से उसमें  सवार मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिलने से तड़पना पड़ा ।  लगभग  एक घण्टे से अधिक समय तक क्रासिंग के बंद होने के कारण वाहन चालक के साथ एम्बुलेंस फंसी रही। नागरिकों ने जब हल्ला मचाना शुरू किया तब रेलवे कर्मी भागते पहुंचे और एम्बुलेंस को वैकल्पिक मार्ग से भेजा गया। बताया जा रहा है कि  दक्षिण-पूर्व मध्य रेल मार्ग पर दोपहर करीब 12 बजे परसा केते से अदानी की कोयला लोड रेलगाड़ी मार्ग से गुजरी। जिसके कारण भैयाथा-सूरजपुर मुख्य मार्ग पर स्थित रेलवे क्रासिंग को बंद कर दिया गया। क्रासिंग बंद होने के कारण मार्ग में दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। इसी दौरान मरीज लेकर जिला चिकित्सालय जा रहे एम्बुलेंस भी फाटक बंद होने से रूक गई। रेलगाड़ी के गुजरने के बाद रेलवे क्रासिंग में तैनात रेलवे कर्मचारी ने फाटक को खोलने का प्रयास किया, लेकिन गेट सिग्नल में तकनीकी खराबी आने के कारण क्रासिंग नहीं खुली और लोग चिलचिलाती धूप में जाम में फंसे रहे। गौरतलब है कि इस तरह का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पूर्व भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं। पूर्व में भी कई बार फाटक नहीं खुलने के कारण आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है। बावजूद इसके उक्त मार्ग में ओव्हरब्रीज निर्माण की मांग को लेकर न तो रेलवे प्रशासन गंभीर है न राज्य शासन और न ही स्थानीय जनप्रतिनिधि ही इस दिशा में कोई पहल कर रहे हैं। जिससे स्थिति जस की तस बनी हुई है। अगर उक्त मार्ग में ओव्हरब्रीज निर्माण को लेकर जल्द पहल नहीं की जाती है तो उक्त मार्ग में भविष्य में किसी गंभीर हादसे की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। मार्ग में नियमित रूप से यात्री ट्रेनों के साथ कोयला परिवहन होने के कारण अक्सर रेलवे क्रासिंग का फाटक बंद रहता है। जिसके कारण लोगों द्वारा पिछले लंबे समय से उक्त मार्ग में ओव्हरब्रीज निर्माण की मांग की जा रही है, लेकिन इस दिशा में अब तक कोई पहल नहीं हो सका है और मामला ठण्डे बस्ते में है। 

यदि अनहोनी होती तो जिम्मेदारी कौन लेता

108 एम्बुलेंस के जिला कंसलटेंट योगेश्व कुशवाहा ने  बताया कि रेलवे क्रासिंग में दोपहर करीब एक बजे तीन एम्बुलेंस करीब 45 मिनट तक जाम में फंसी थी। उन्होंने बताया कि दो एम्बुलेंस भैयाथान व ओड़गी चिकित्सालय से रेफर मरीज जिला चिकित्सालय लेकर आ रहे थे। वहीं एक एम्बुलेंस गांव से मरीज लेकर आ रही थी। एम्बुलेंस राम कुमार 45 वर्ष स्ट्रोक का मरीज, सीमा 30 वर्ष पाईजनिंग व ज्योति 22 वर्ष को बेहोश होने पर जिला चिकित्सालय लेकर आ रही थी। इसी दौरान तीनों एम्बुलेंस रेलवे क्रासिंग के पास जाम में फंस गए। उन्होंने यह भी बताया कि चालकों ने समय रहते वैकल्पिक मार्ग से मरीजों को चिकित्सालय तक पहुंचा दिया। यदि अनहोनी हो जाती तो जिम्मेदार कौन होता।

 

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