बलरामपुर।। खबरी गुल्लक।। 3 अगस्त 2025।।
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के ग्राम पंचायत तातापानी से लगे ग्राम धनेशपुर में मंगलवार की देर रात करीब 11 बजे पुराना क्षतिग्रस्त बांध के बह जाने से चार घर अचानक आई इस विपदा से बाढ़ में समा बह गए। इन घरों के 8 लोग चपेट में आ गए। इनमें से 2 लोगों का शव मिला है जबकि बाढ़ में बहे 6 अन्य लोगों का अभी तक पता नहीं चल सका है। इस घटना में रामवृक्ष की 30 बकरियां भी बह गई।
इस घटना में निचले इलाके में रहने वाले रामवृक्ष खैरबार, उसकी पत्नी बतसिया 60 वर्ष, बेटा गणेश खैरबार, बहू रजंती 26 वर्ष, दूसरी बहू, सहित रजंती के दो बच्चे बह गए। इनमें से बतसिया और रजंती का शव झाड़ियों में फंसा मिला।
घटना की सूचना पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष धीरज सिंहदेव, बचाव अमला के साथ प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे। बांध से लगे पानी का फ्लो कनहर नदी की ओर है । राहत बचाव कार्य जारी है। मौके पर कलेक्टर, एसपी, एडिशनल एसपी बलरामपुर, एसडीओपी रामानुजगंज, पुलिस थाना बलरामपुर रामानुजगंज चौकी तातापानी की टीम मौजूद है सर्चिंग जारी है।
लबालब भरा था बांध
बताया जा रहा है कि बलरामपुर जिले में तीन दिनों से बारिश हो रही है। लुत्ती सढ़सा का बांध लबालब भरा हुआ था। मिट्टी का यह बांध वर्ष 1981 में बनाया गया था। लगातार बारिश होने से यह बांध ओवर फ्लो होने लगी, जिसके कारण मेड टूटना शुरू हुआ और बह गया।
इस बांध से कन्हर नदी की दूरी करीब पांच किलोमीटर है। बाढ़ में बह लापता हुए लोगों की तलाश में स्थानीय ग्रामीणों के अलावा रेस्क्यू टीम जुटा हुआ है। इस घटना में अन्य लोगों के बहने की आशंका भी जताई जा रही है। बाढ़ से धान और टमाटर सहित अन्य फसलें भी बर्बाद हो गए। कई मवेशी भी बह गए हैं। जिनमें से कुछ की मौत होने की भी खबर है।
औसत से डेढ़ गुना अधिक वर्षा
बलरामपुर जिले में इस साल औसत से 59 प्रतिशत अधिक बारिश रिकार्ड की गई है। इसके कारण जिले के सभी बांध लबालब भर गए हैं और नदी, नाले भी उफान पर हैं। इसे देखते हुए पुराने बांध के नीचे रहने वालों को सतर्क भी किया गया है। घटना से अन्य बांध के किनारे रहने वाले लोगों में दहशत से। प्रशासन ने अधिकारियों को सभी बांधों की स्थिति का जायजा लेने और ग्रामीणों को सतर्क करने का निर्देश दिया है।











