कांकेर।। खबरी गुल्लक ।। 19 दिसंबर 2025।।
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के आमाबेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत बड़े तेवड़ा में मतांतरित सरपंच राजमन सलाम के पिता चमराराम सलाम के शव दफनाने को लेकर उपजा विवाद चौथे दिन हिंसक रूप धारण कर चुका है। भड़के ग्रामीणों और सर्व समाज के लोगों ने सरपंच के घर पर तोड़फोड़ मचाई, एक चर्च में आग लगा दी तथा दो अन्य चर्चों में भारी बर्बरता की। स्थिति बेकाबू होने पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसमें ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया। इस झड़प में अंतागढ़ एएसपी आशीष बंछोर गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि कुछ ग्रामीणों को भी चोटें आईं। गांव में तनाव चरम पर है, भारी पुलिस बल तैनात।
यह है मामला
मामला रविवार शाम से शुरू हुआ जब सरपंच राजमन सलाम के पिता चमरा राम सलाम की जिला अस्पताल कांकेर में इलाज के दौरान मौत हो गई। सोमवार सुबह सरपंच ने बिना गांववालों को सूचना दिए शव को गांव के कब्रिस्तान में दफना दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच ने केवल अपने मतांतरित समर्थकों को बुलाया और स्थानीय आदिवासी परंपराओं का खुला उल्लंघन किया। आदिवासी समुदाय में मतांतरित व्यक्ति के शव को गांव में दफनाने की प्रथा नहीं है, जिससे आक्रोश भड़क गया। मंगलवार को तनाव बढ़ा, लेकिन बुधवार को हालात फूट पड़े। बुधवार को बड़ी संख्या में सर्व समाज के लोग और ग्रामीण कब्रिस्तान पहुंचे। उन्होंने शव को निकालने की कोशिश शुरू की, तो सरपंच और समर्थकों ने विरोध किया। दोनों पक्षों में लाठी-डंडे चलने लगे, करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। सूचना पर भारी पुलिस फोर्स पहुंची और किसी तरह ग्रामीणों को शांत किया। लेकिन आक्रोश थमा नहीं। ग्रामीणों ने आमाबेड़ा आने वाले सभी रास्तों को जाम कर दिया। आखिरकार, प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा में सरपंच के घर से शव निकाला और पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।
चौथे दिन तो हंगामा और उग्र हो गया। ग्रामीणों ने सरपंच के घर पर हमला कर तोड़फोड़ की। एक चर्च में आग लगा दी गई, जबकि दो अन्य में शीशे तोड़े, फर्नीचर फूंक दिया। पुलिस के लाठीचार्ज पर ग्रामीण भड़क गए और पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान एएसपी आशीष बंछोर को सिर पर चोट लगी, वे गंभीर हैं। ग्रामीण पक्ष से भी 4-5 लोग जख्मी बताए जा रहे हैं।
प्रशासन अलर्ट
कलेक्टर निलेश महादेव क्षीरसागर ने कहा आमाबेड़ा पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। भारी फोर्स तैनात है, शांति बनाए रखने के लिए हर कदम उठा रहे। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह विवाद लंबे समय से दबी नाराजगी का नतीजा है, जो अब सांप्रदायिक रंग ले चुका। बड़े तेवड़ा में अब शांति बहाल करने की कोशिशें जारी हैं।





