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सरगुजा पुलिस कड़ाके की ठंड से बचाने जरूरतमंदों को बांट रही मुफ्त कम्बल...वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल के इस मानवीय पहल की हो रही सराहना

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अंबिकापुर।। खबरी गुल्लक ।।12 दिसंबर 2025: 

छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के अंबिकापुर शहर में इन दिनों कड़ाके की ठंड और शीतलहर ने कमर तोड़ दी है। न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया है, जिससे असहाय और जरूरतमंद लोग खुले आसमान तले ठिठुरने को मजबूर हैं। ऐसे में जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्री राजेश अग्रवाल (भा.पु.से.) ने एक अनुकरणीय और संवेदनशील कदम उठाया है। उन्होंने जरूरतमंदों और असहाय व्यक्तियों को भीषण शीतलहर से बचाने के लिए निःशुल्क कंबल वितरण अभियान शुरू किया है। यह पहल न केवल पुलिस की मानवीयता को दर्शाती है, बल्कि जन-जन के बीच विश्वास का नया पुल भी बांधेगी।

एसएसपी राजेश अग्रवाल ने जिले के सभी थाना और चौकी प्रभारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं। रात्रि गश्त (नाइट पेट्रोलिंग) के दौरान प्रत्येक पार्टी कम से कम 10-10 कंबल अपने साथ रखेगी। थाना-चौकी प्रभारियों की देखरेख में गश्त करने वाली पुलिस पार्टियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे सड़कों, फुटपाथों, पुलों के नीचे या खुले स्थानों पर सोते हुए असहाय लोगों को तलाशें और उन्हें तुरंत कंबल प्रदान करें। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अंबिकापुर जिले का कोई भी नागरिक अत्यधिक ठंड की चपेट में न आए और उसे सुरक्षित आश्रय मिल सके। एसएसपी ने स्पष्ट कहा है कि यह कार्य तत्काल और नियमित रूप से किया जाए, ताकि कोई भी जरूरतमंद ठंड की भेंट चढ़े।

इस पहल की सबसे सराहनीय बात यह है कि वितरित होने वाले सभी कंबलों का संपूर्ण खर्च एसएसपी श्री राजेश अग्रवाल स्वयं वहन करेंगे। सरकारी खजाने पर एक रुपया भी बोझ नहीं पड़ेगा। यह उनके व्यक्तिगत संवेदनशीलता और जरूरतमंदों के प्रति समर्पण को उजागर करता है। अंबिकापुर जैसे क्षेत्र में, जहां शीतलहर冬季 में जानलेवा साबित होती है, ऐसी पहल वाकई में जीवनरक्षक सिद्ध होगी। पिछले वर्षों में ठंड से कई असहाय लोगों की जान जा चुकी है, लेकिन इस बार पुलिस की मुस्तैद टीम इस विपदा से निपटने को तैयार है।

स्थानीय नागरिकों ने एसएसपी की इस पहल की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। शहर के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता रामेश्वर सिंह ने कहा कि पुलिस को हमेशा सख्ती के लिए जाना जाता है, लेकिन एसएसपी अग्रवाल ने मानवता का अनुपम उदाहरण पेश किया है। यह कदम सरगुजा पुलिस और आमजन के बीच मित्रवत संबंध मजबूत करेगा। इसी तरह, एक बुजुर्ग महिला लक्ष्मी बाई ने भावुक होकर बताया, रातें काटना मुश्किल हो गया था, अब पुलिस भाई कंबल देकर जान बचा रहे हैं। ईश्वर उन्हें लंबी आयु दें। जिला प्रशासन और अन्य विभागों ने भी इस पहल का समर्थन किया है। कलेक्टर ने कहा कि पुलिस का यह प्रयास प्रशासनिक स्तर पर भी प्रेरणादायक है। यह अभियान सरगुजा जिले के सभी  थानों और  चौकियों में प्रभावी ढंग से चलाया जा रहा है। रात्रि गश्त के अलावा, पुलिस टीमें दिन के समय भी जरूरतमंदों की तलाश कर रही हैं। विशेष रूप से रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और बाजार क्षेत्रों पर नजर रखी जा रही है। एसएसपी अग्रवाल ने थाना प्रभारियों से दैनिक रिपोर्ट मांगी है, जिसमें वितरित कंबलों की संख्या और लाभार्थियों का विवरण शामिल होगा। आने वाले दिनों में यदि ठंड और तेज हुई, तो कंबलों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।

इस पहल से न केवल शारीरिक राहत मिलेगी, बल्कि सामाजिक एकता भी मजबूत होगी। सरगुजा पुलिस अब केवल अपराध नियंत्रण तक सीमित नहीं रह गई, बल्कि सामाजिक कल्याण का माध्यम बन चुकी है। एसएसपी राजेश अग्रवाल का यह कदम पूरे छत्तीसगढ़ के लिए मिसाल है। ऐसे प्रयासों से पुलिस की छवि में सकारात्मक बदलाव आ रहा है और नागरिकों का पुलिस पर भरोसा बढ़ रहा है। जिले के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि यह अभियान सफल रहेगा और ठंड की इस मार से सभी जरूरतमंद सुरक्षित रहेंगे।



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