अंबिकापुर।। खबरी गुल्लक।। 9 दिसंबर 2025।।
3 दिसंबर को जमीन अधिग्रहण के दौरान अमेरा खदान में हुए ग्रामीणों और पुलिस के बीच संघर्ष के कारणों को जानने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के द्वारा पूर्व केबिनेट मंत्री प्रेमसाय सिंह के नेतृत्व में गठित 10 सदस्यीय जांच दल ने आज ग्राम परसोडी कला जाकर प्रभावित ग्रामीणों से मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव सुश्री जरिता लैतफलांग भी दल के साथ मौजूद थी। ग्रामीणों से चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि 3 दिसंबर को अधिग्रहण के लिए एस ई सी एल और प्रशासन की करवाई बिना किसी पूर्व सूचना के हुई थी। इस संघर्ष के उपरांत गिरफ्तार हुई 7 महिलाओं ने जानकारी दी कि अधिग्रहण के लिए अचानक पहुंचे पुलिस बल के पुरुषों ने खेतों में काम कर रही इन महिलाओं के साथ मारपीट कर उन्हें हटाने का प्रयास किया और गांव के देवस्थान को तोड़ा, फिर मौजूद ग्रामीणों पर लाठीचार्ज किया जिससे संघर्ष की शुरुआत हुई। जांच के दौरान ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से यह कहा कि वे अपनी जमीने एस ई सी एल को नहीं देंगे। मंत्री राजेश अग्रवाल के द्वारा मीडिया को दिये गए इस बयान को भी ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से खारिज किया कि जमीन हस्तांतरण को लेकर उनके और एस ई सी एल के बीच सहमति बन गई है। बातचीत में यह स्पष्ट हुआ कि अमेरा के अनुभव को लेकर ग्रामीणों में एस ई सी एल के प्रति अविश्वास है। वायदे के बावजूद एस ई सी एल ने अमेरा में न तो नौकरी दी न ही उचित मुआवजा दिया न ही सी एस आर के मद में कोई कार्य किया। इस पर तंज कसते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव ने इसे चमचा रेट सेटिंग्स घोषित कर जमीन हड़पने का उपाय बताया।
जेल जाने वाली महिलाओं का सम्मान
शांतिपूर्ण आंदोलन के साथ न्यायालय का रुख भी करेगी कांग्रेस







