बलरामपुर।। खबरी गुल्लक ।। 26 अप्रैल 2025।। जिले के विजयनगर पुलिस ने शुक्रवार की देर रात जल्लाद बने पशु तस्करों के कब्जे से 110 नग मवेशियों की जान बचाते हुए बलरामपुर पुलिस का मान बढ़ाया है। विजयनगर चौकी प्रभारी अश्विनी सिंह के नेतृत्व में मुस्तैद पुलिस की टीम ने आहट मिलने पर जब दबिश दिया तो तस्कर अंधेरे का फायदा उठा कर भाग निकले और पुलिस ने मवेशियों की संख्या काफी अधिक होने पर ग्रामीणों की मदद से खदेड़ बस्ती में पहुंचे। चौकी प्रभारी अश्विनी सिंह ने बताया कि मवेशी तस्करों के द्वारा रात के अंधेरे में पशुओं की तस्करी की जाती है। छत्तीसगढ़ के अलग अलग इलाकों से एक वर्ग विशेष के लोगों के द्वारा मवेशियों की तस्करी की जाती है। मवेशियों को बलरामपुर जिले के झारखंड से लगे सीमावर्ती क्षेत्र के जंगल के रास्ते पैदल खदेड़ते हुए अथवा मालवाहक वाहन से झारखंड की ओर ले जाते हैं। जहां पशुओं को बूचड़ खाना में काटने के लिए बेच दिया जाता है।

उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक के द्वारा क्षेत्र में मवेशियों की तस्करी पर अंकुश लगाने सख्त निर्देश दिए गए हैं, जिसके आ अनुपालन में मुखबिरों की जाल बिछाई गई है और पशु तस्करों की हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा विजयनगर पुलिस की टीम भी संभावित इलाकों में देर रात तक गस्त कर न सिर्फ मवेशियों की जान बचा रही है बल्कि तस्करों को भी भी पकड़ जेल भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की रात हुए कार्रवाई में मवेशियों की संख्या 100 से भी अधिक होने के कारण पुलिस की टीम मवेशियों को आजाद कराने में जुट गई इधर अंधेरे का फायदा उठा तस्कर भाग निकले। प्रभारी अश्विनी सिंह ने बताया कि फरार तस्करों की भी पातासजी की जा रही है और उन्हें शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि तस्करों के द्वारा बगरा जंगल से मवेशियों को खदेड़ते के जाया जा रहा था। उन्होंने बताया कि इस मामले में छ.ग. क़ृषिक पशु परिरक्षण अधि. की धारा 4,6,10 के तहत कार्रवाई की गई है। पशुओ को गौ शाला भेजा गया है। उन्होंने कहा विजयनगर पुलिस पशु तस्करों का कमर तोड़ने मुस्तैद है और उनके क्षेत्र से एक भी तस्कर मवेशियों को बूचड़खाना ले जाने सफल नहीं होंगे।