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निजी भूमि की आड़ में शासकीय भूमि के निलगिरी वृक्षों की भी हो रही अवैध कटाई : पंकज तिवारी। उत्तर प्रदेश का संगठित गिरोह है लंबे समय से सक्रिय, स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत का भी लगा आरोप

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खबरी गुल्लक। 26 अप्रैल 2025।।(भूपेन्द्र राजवाड़े - सूरजपुर जिला प्रतिनिधि)

सूरजपुर जिले में निजी भूमि पर लगे यूके लिप्टस (निलगिरी) वृक्षों की कटाई के आड़ में उत्तर प्रदेश प्रदेश के संगठित गिरोह के द्वारा सूरजपुर जिला के शासकीय भूमि में लगे हरे-भरे 100-150 साल पुराने वृक्षों की भी अवैध कटाई की जा रही है। यह सारा खेल प्रशासन के नाक के नीचे हो रहा है, जिससे नागरिकों के बीच स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत के भी आरोप लगने लगे हैं। सूरजपुर जिला के पूर्व जिला पंचायत सदस्य व कांग्रेस नेता पंकज तिवारी ने  कहा कि यदि अवैध कटाई पर शीघ्र रोक नहीं लगाया गया तो अब सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के साथ उग्र आंदोलन भी किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी जिले के वन विभाग और  प्रशासन की होगी।


 श्री तिवारी ने अवैध लकड़ी कटाई को लेकर कलेक्टर से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने शिकायत में स्पष्ट रूप से कहा है कि जिले में बेतरतीब ढंग से लकड़ी की अवैध कटाई जोरों पर है। एक संगठित गिरोह के द्वारा प्रकृति के साथ खुला खिलवाड़ किया जा रहा है। खुलेआम ढंग से वृक्षों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है। इसके शासन व प्रशासन की भूमि पर भी प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक सामान्य व्यक्ति को अपने भूमि पर लगे वृक्षों को कटवाने की अनुमति लेने के लिए तहसीलदार व एसडीएम कार्यालय से लेकर वन विभाग के कार्यालय का कई दिन चक्कर लगाना पड़ता है। तब कहीं जाकर उसे अनुमति मिल पाती है, कई बार तो उसे अनुमति भी नहीं मिलता है। ऐसे में बाहर से आकर जिले में बड़े पैमाने पर ईमारती पेड़ों की अवैध की अनुमति प्रशासन द्वारा किस आधार पर दी जा रही है। क्या शासन स्तर पर इस आशय को लेकर कोई पत्र जारी किया गया है या कोई आदेश है। उन्होंने कहा कि किसानों से तस्कर औने-पौने दर पर वृक्षेां की खरीदी कर रहे हैं। इसके साथ ही जिले में कई जगहों पर अवैध रूप से डीपो बनाकर लकड़ी का भण्डारण किया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाए हैं कि क्या प्रशासन के द्वारा इस तरह से लकड़ी के भण्डारण को लेकर कोई अनुमति दी गई है या किसी अन्य विभाग के द्वारा ऐसी अनुमति इन तस्करों को दी गई है। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर आदिवासी समुदाय जंगलों को बचाने के लिए अदानी ग्रुप से हर दिन खूनी संघर्ष कर रहा है, उसी जिले में वृक्षों की इस तरह से बेतरतीब कटाई जिले के सम्मान के विरूद्ध है। इसके हर हाल में बचाना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने जिला प्रशासन से अवैध वृक्षों की कटाई, भण्डारण व परिवहन पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। 15 दिवस के भीतर कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में उग्र आंदोलन करने की चेतावनी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि वे सर्वोच्च न्यायालय की शरण में जाने के लिए बाध्य होंगे। 

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