खबरी गुल्लक। सूरजपुर (भूपेंद्र राजवाड़े जिला प्रतिनिधि सूरजपुर)
अप्रैल माह में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच सूरजपुर जिले के अलग-अलग क्षेत्र में गहराए पेयजल संकट को देखते हुए सूरजपुर कलेक्टर एस जयवर्धन के निर्देश पर लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी विभाग का तकनीकी अमला जिले के अलग-अलग विकासखंड क्षेत्र में खराब हो चुके नलकूपों के मरम्मत को लेकर अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। तकनीकी अमले ने जिले के विकासखंड सूरजपुर, प्रेम नगर, रामानुज नगर, प्रतापपुर, ओड़गी व भैयाथान क्षेत्र के ग्राम पंचायत में पखवाड़े भर के भीतर लगभग 1000 हैंडपंपों की मरम्मत कर पेयजल सुविधा बहाल की है। जिससे जिले के नागरिकों ने प्रशासन के इस पहल की खुले कंठ से सराहना भी की है। उल्लेखनीय है कि जिले के अलग-अलग क्षेत्र में गर्मी का मौसम शुरू होने के साथ ही पेयजल संकट गहराने लगता है। पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए प्रशासन द्वारा शहर से लेकर गांव की गली मोहल्ले में नलकूप का खनन कराया गया है। ताकि लोगों को पेयजल के लिए दिक्कतों का सामना न करना पड़े। कई क्षेत्रों में गर्मी का मौसम शुरू होने के साथ ही जलस्तर नीचे गिर जाता है. जिसके कारण नलकूप बेकार हो जाते हैं। इन नलकूपों में पाइप बढ़ाने की आवश्यकता होती है। वहीं कई नलकूप ऐसे भी होते हैं जो मरम्मत व संधारण के अभाव में जंग लग जाते हैं जिससे गंदा पानी निकलने लगता है। इन्हीं सब समस्याओं को देखते हुए लोग स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के द्वारा सूरजपुर कलेक्टर की निर्देश पर जिले में खराब पड़े नलकूपों के मरम्मत के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया। इसके साथ ही व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर इसमें खराब पड़े नलकूपों की जानकारी देने अपील की गई। दोनों माध्यमों में ही तकनीकी कर्मचारी के समक्ष जैसे ही शिकायत पहुंचती है कर्मचारी आवश्यक संसाधन के साथ संबंधित गांवों व मोहल्ले में पहुंच जाते हैं। जहां लोगों की मदद से हैंड पंप की मरम्मत कर जलापूर्ति बहाल की जाती है। शिकायत मिलने के तीन दिवस के भीतर ही खराब नलकूपों की मरम्मत कर दी जाती है।
इधर दूसरी ओर सुशासन तिहार में बड़ी संख्या में लोगों ने नलकूप खनन व मरम्मत को लेकर आवेदन किया है। जिस पर विभाग के द्वारा कर्मचारियों को मौके पर भेज मांगो की पुष्टि की जा रही है। मांग सही होने पर अधिकारी इस दिशा में आवश्यक पहल करेंगे। बहरहाल 1 अप्रैल 2025 से 15 अप्रैल 2025 के बीच लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी विभाग के द्वारा जिले के 06 विकासखंडो में 909 हैंडपंपों की मरम्मत की गई है।





