इटानगर।खबरी गुल्लक
अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी सियांग जिले में अफ्रीकी स्वाइन फ्लू (ASF) के मामलों की पुष्टि होने के बाद हड़कंप मच गया है। जिला प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए कई कड़े कदम उठाए हैं।
जिला मजिस्ट्रेट लीयी बागरा ने जानकारी दी कि बीमारी को फैलने से रोकने के लिए जिले में बाहर से सूअरों के आयात पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके साथ ही, जिले के भीतर और अंतर-जिला स्तर पर सूअरों और सूअर के बच्चों के परिवहन पर भी रोक लगा दी गई है।
प्रशासन ने यह भी आदेश दिया है कि वध (काटने) के लिए रखे जाने वाले सभी सूअरों का मृत्यु-पूर्व निरीक्षण अनिवार्य होगा। यह निरीक्षण केवल अधिकृत पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा किया जाएगा और निरीक्षण पास करने वाले पशुओं के कानों पर विशेष टैग लगाया जाएगा। यह नियम केवल कसाइयों के लिए ही नहीं बल्कि घरेलू स्तर पर सूअरों का वध करने वाले व्यक्तियों पर भी लागू होगा।
अधिकारियों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कानून के संबंधित प्रावधानों के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
क्या है अफ्रीकी स्वाइन फ्लू?
अफ्रीकी स्वाइन फ्लू (ASF) सूअरों को प्रभावित करने वाली एक घातक वायरल बीमारी है। यह बीमारी मनुष्यों में नहीं फैलती, लेकिन सूअर पालन करने वाले किसानों के लिए बेहद नुकसानदेह मानी जाती है क्योंकि इससे बड़ी संख्या में सूअरों की मौत हो सकती है।
प्रशासन की अपील
जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें और सूअर पालन एवं व्यापार से जुड़े लोग प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें, ताकि बीमारी को और फैलने से रोका जा सके।






