बतौली क्षेत्र में हाथियों का आतंक, ग्रामीणों में दहशत

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बतौली क्षेत्र में हाथियों का आतंक, ग्रामीणों में दहशत

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बतौली।। खबरी गुल्लक।। अचल गुप्ता।। 

सरगुजा जिले के बतौली क्षेत्र में हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले दिनों हाथियों के हमले से हुई जनहानि और नुकसान के बाद एक बार फिर हाथी के प्रवेश करने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है।

बीती रात तड़के लगभग तीन से चार बजे के बीच रेंज की ओर से आया हाथी चितालाता मार्ग से होते हुए मानपुर पहुँचा और फिर ग्राम घोघरा के  झरिया जंगल में विचरण करने लगा। ग्रामीणों का कहना है कि हाथी देर रात तक जंगल में मौजूद रहा और वे पूरी रात जागकर सुरक्षा की चिंता करते रहे।

ग्रामीणों में डर का माहौल

हाथियों की लगातार मौजूदगी से ग्रामीण दहशत में हैं। खेतों में खड़ी फसलें भी नुकसान की जद में आ सकती हैं। कई ग्रामीणों ने बताया कि वे अंधेरा होते ही घरों में कैद हो जाते हैं और बच्चों व बुजुर्गों को लेकर सबसे ज्यादा चिंता बनी रहती है।

प्रशासन सतर्क, टीम तैनात

वन विभाग के अधिकारियों ने हाथी की गतिविधियों की पुष्टि की है। विभागीय टीम मौके पर पहुँचकर स्थिति पर नजर बनाए हुए है। अधिकारियों का कहना है कि ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर रहने की अपील की गई है और हाथी को आबादी वाले क्षेत्रों से दूर रखने की लगातार कोशिश जारी है।

ग्रामीणों की मांग

ग्रामीणों ने प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग की है। उनका कहना है कि हाथियों के लगातार आने से उनकी जान-माल पर संकट मंडरा रहा है। वे चाहते हैं कि प्रभावित गांवों में रात्रि गश्त बढ़ाई जाए और जरूरत पड़ने पर सुरक्षित ठिकानों की व्यवस्था की जाए।

संभावित समाधान

विशेषज्ञों का मानना है कि हाथियों की बढ़ती आवाजाही उनके प्राकृतिक आवास में कमी और भोजन-पानी की तलाश के कारण है। यदि जंगल क्षेत्र में पर्याप्त भोजन और पानी की व्यवस्था हो, तो हाथियों की ग्रामीण इलाकों में आवाजाही कम की जा सकती है। 

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