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अंबिकापुर के नावापारा चौक पर अधूरे सड़क निर्माण को लेकर भड़के पूर्व महापौर डॉ. तिर्की ... कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया आम जनता की उपेक्षा का आरोप, 7 दिन में सुधार नहीं तो होगा चक्काजाम

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अंबिकापुर।। खबरी गुल्लक।। नगर पालिक निगम अम्बिकापुर में हो रहे अधूरे और घटिया सड़क निर्माण कार्य को लेकर रविवार शाम राजनीतिक माहौल गर्मा गया। पूर्व महापौर और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. अजय तिर्की ने भाजपा प्रशासित नगर निगम प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि निगम केवल वीआईपी इलाकों में सड़कों का निर्माण करा रहा है, जबकि आम जनता की परेशानियों को नजरअंदाज किया जा रहा है।  रविवार को अपने अस्पताल से घर लौटते समय डॉ. तिर्की ने नावापारा चौक के पास चल रहे सड़क मरम्मत कार्य को देखा। उन्होंने पाया कि टूटी-फूटी सड़क के सिर्फ एक तिहाई हिस्से पर बीटी रिन्यूवल का काम किया जा रहा था, जबकि करीब 100 मीटर लंबी सड़क पूरी तरह खराब स्थिति में है। इस पर स्थानीय लोगों ने भी नाराजगी जाहिर की और ठेकेदार के कर्मचारियों तथा निगम के सुपरवाइजर से सवाल-जवाब किए।  

 अधूरी मरम्मत और ठेकेदार की मनमानी पर सवाल  

मौके पर पहुंचे डॉ. तिर्की ने कार्यस्थल पर मौजूद सुपरवाइजर से पूरी जानकारी ली। सुपरवाइजर ने बताया कि सड़क के सिर्फ 20-22 मीटर हिस्से पर एक ट्रक मिश्रण से सीलकोट किया जा रहा है। इस पर उन्होंने सवाल उठाया कि जब आकाशवाणी चौक से नावापारा चौक तक नई सड़क बनाने का प्रस्ताव निगम द्वारा पहले ही पास किया गया था, तो अब सिर्फ सीलकोट क्यों किया जा रहा है।  इस दौरान मौके पर पहुंचे निगम के नवनियुक्त एसडीओ ने बताया कि नई सड़क के निर्माण का प्रस्ताव निरस्त कर दिया गया है। इस पर डॉ. तिर्की ने कड़ी नाराजगी जताई और कहा कि बिना सही सफाई के सिर्फ दिखावे के लिए सीलकोट करना जनता के पैसे की बर्बादी है। उन्होंने तत्काल पूरी सड़क को मरम्मत करने और गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करने की मांग की।  लेकिन बातचीत के दौरान कथित तौर पर ठेकेदार के कर्मचारियों ने पूर्व महापौर के साथ अभद्र व्यवहार किया, जिससे वहां मौजूद स्थानीय नागरिक भी गुस्से में आ गए। लोगों का कहना था कि जनता के पैसे से अधूरे काम किए जा रहे हैं और जब नागरिक सवाल करते हैं तो उन्हें ही धमकाया जाता है।  

 भाजपा पर पक्षपात के आरोप  

डॉ. तिर्की ने आरोप लगाया कि भाजपा प्रशासन नगर निगम में केवल अपने नेताओं और वीआईपी क्षेत्रों के विकास पर ध्यान दे रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में शहर के सभी बाहरी वार्डों के लिए नई सड़कों के प्रस्ताव स्वीकृत किए गए थे, ताकि आम नागरिकों को राहत मिल सके। लेकिन भाजपा शासन आने के बाद इन परियोजनाओं को निरस्त कर दिया गया।  उन्होंने कहा कि भाजपा केवल बिजली और जमीन के करों को बढ़ाने में रुचि दिखाती है, जबकि जनता की बुनियादी जरूरतें पूरी करने की उसकी कोई मंशा नहीं है। डॉ. तिर्की के अनुसार, भ्रष्टाचार और लापरवाही के चलते शहर में कई जगह सड़कों की हालत खराब है, फिर भी निगम प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है।  उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने मौके पर बने एक वीडियो के हिस्से को काट-छाँट कर सोशल मीडिया पर फैलाया, ताकि खराब निर्माण की सच्चाई को छुपाया जा सके और कांग्रेस नेताओं की छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके।  

 चेतावनी: 7 दिन में मरम्मत नहीं तो चक्काजाम  

घटना की जानकारी मिलने के बाद कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने पूर्व महापौर के साथ हुए दुर्व्यवहार की तीव्र निंदा की। उन्होंने कहा कि डॉ. तिर्की नगर निगम क्षेत्र में चल रहे सभी निर्माण कार्यों की निगरानी समिति के प्रमुख हैं, और उनके साथ इस तरह का व्यवहार अस्वीकार्य है।  श्री पाठक ने साफ कहा कि कांग्रेस पूरी तरह डॉ. तिर्की के साथ खड़ी है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर नगर निगम ने अगले सात दिनों में नावापारा चौक की सड़क सहित शहर की अन्य जर्जर सड़कों की उचित मरम्मत नहीं की, तो कांग्रेस नावापारा चौक को प्रतीक बनाकर बड़ा आंदोलन करेगी। इस आंदोलन के तहत शहर में चक्काजाम किया जाएगा और भाजपा प्रशासन की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आम जनता को साथ लेकर प्रदर्शन किया जाएगा।  जिलाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस का उद्देश्य जनता के मुद्दों को उठाना है और भाजपा शासन में हो रहे भेदभाव तथा लापरवाही के खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि सड़क निर्माण कार्यों की तकनीकी जांच कराई जाए ताकि ठेकेदारों द्वारा की गई लापरवाही सामने आ सके।  

 जनता में नाराजगी, जवाबदेही की मांग  

नावापारा चौक के आसपास के नागरिकों ने भी सड़क की दुर्दशा पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि लंबे समय से सड़क की हालत खराब है जिससे आमजन, स्कूली बच्चों और दुकानदारों को परेशानी उठानी पड़ रही है। बरसात में सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हो जाते हैं जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है।  स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम प्रशासन केवल औपचारिक रूप से काम करता है। सड़क का आधा हिस्सा पक्का करने और बाकी को यूं ही छोड़ देने से समस्या और भी बढ़ेगी। लोगों ने उम्मीद जताई कि पूर्व महापौर और कांग्रेस दल की पहल से इस निर्माण कार्य पर उच्च स्तर पर कार्रवाई होगी ताकि जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों की लापरवाही का जवाब जनता को दिया जा सके।  

 कांग्रेस ने कहा – विकास कार्यों में पारदर्शिता अनिवार्य  

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा शासन में विकास कार्यों में पारदर्शिता खत्म हो गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान शहर के हर वार्ड में समान रूप से विकास हुआ, लेकिन अब केवल चुनिंदा इलाकों को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने नगर निगम प्रशासन से अपील की कि राजनीतिक भेदभाव छोड़ आम जनता की समस्याओं को प्राथमिकता दें।  अम्बिकापुर में जारी इस राजनीतिक विवाद ने एक बार फिर नगर निगम के कामकाज पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि कांग्रेस की इस चेतावनी के बाद निगम प्रशासन हरकत में आता है या फिर विपक्षी पार्टी आंदोलन का रास्ता चुनती है।  




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