ADD

मां मैं दोस्तो के साथ चाय पार्टी पर हॉस्टल से बाहर जा रहा हूं... फोन पर मां के कानों पर पड़े पुत्र के यह शब्द अंतिम शब्द बन गए... निष्ठुर नियति ने शहर के टेकाम परिवार से छीन लिया इकलौता पुत्र..! हैदराबाद में हुआ हादसा

0


अंबिकापुर।। खबरी गुल्लक।। 26 दिसंबर 2025।। 

 छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर  शहर के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. केआर टेकाम के इकलौते बेटे अंकित टेकाम  25 वर्ष की हैदराबाद में सड़क हादसे में मौत से न सिर्फ परिवार बल्कि चिकित्सा जगत शोक में है। तीन दिन पहले हुए भयावह हादसे में घायल अंकित ने आज इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उनका पार्थिव शरीर आज 26 दिसंबर को अंबिकापुर पहुंचा। उनके घर पर स्वजनों, मोहल्लेवालो की भारी भीड़ लगी रही। हर कोई शोक संतप्त टेकाम परिवार को इस पीड़ा को सहने ढांढस बंधा रहा था। अंकित का अंतिम संस्कार शहर से लगे ग्राम डिगमा में उनके परिवार द्वारा बनाए गए फार्म हाउस परिसर में किया गया। 

शहर के मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में पदस्थ वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ केआर टेकाम की दो पुत्रियां हैं,  अंकित इकलौता पुत्र था। अंकित हैदराबाद में हॉस्टल में रहते हुए एमबीए कोर्स कर रहा था। बताया जा रहा है कि घटना दिवस 22 दिसंबर की शाम करीब 7 बजे उसका एक दोस्त नई मोटरसाइकिल खरीदने पर बाइक ले हॉस्टल में आया था और उसे अपने साथ चाय पार्टी पर ले जाना चाह रहा था। हॉस्टल के वार्डन द्वारा शाम को बाहर जाने पर परिजनों से फोन कर अनुमति मांगने कहा, जिस पर अंकित ने अपनी मां को फोन लगा दोस्त के साथ चाय पार्टी पर हॉस्टल से बाहर दोस्त के साथ जाने अनुमति मांगी। मगर अभागी मां को क्या पता था,लाडले के साथ यह बातचित अंतिम होने वाली है। नियति ने क्रूर चेहरा दिखाया और हैदराबाद के हाइवे में जाते समय सामने से ट्रक आता देख दोस्त ने बाइक में अचानक ब्रेक लगा दी,जिससे पीछे बैठा अंकित एक झटके से उछल कर जमीन पर गिर गया। इस हादसे में अंकित की पसली,कोहनी की हड्डी कई जगह से टूटने के साथ ही रक्त की नली भी फट गई थी। अंकित को नाजुक हालत में अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि इलाज के दौरान चिकित्सकों ने 25 प्वाइंट रक्त चढ़ाने के साथ ही 5 प्रकार का आपरेशन भी किया,मगर नियति को कुछ और ही मंजूर था। चिकित्सकों के काफी प्रयास के बाद भी अंकित की जान नहीं बचाई जा सकी,और 24 दिसंबर को उपचार के दौरान उसकी सांसे थम गई। इस हादसे की खबर पर परिजनों में कोहराम मच गया। परिजन आज 26 दिसंबर को दोपहर के समय पुत्र के पार्थिव देह को लेकर अंबिकापुर पहुंचे। घर पर स्वजनों मोहल्लेवालो की भीड़ उमड़ पड़ी। परिजनों के द्वारा शहर से लगे ग्राम डिगमा में  फार्म हाउस परिसर में किया गया। अंतिम संस्कार में मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के अधीक्षक, सिविल सर्जन सहित अन्य चिकित्सक,स्टाफ के साथ बड़ी संख्या में स्वजन मोहल्लेवासी मौजूद थे। 




एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)